वाशिंगटन, 23 सितंबर :भाषा: अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भारतीय अमेरिकी चिकित्सक एवं लेखक अब्राहम वर्गीज को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए अमेरिका के सबसे बड़े ह्यूमैनिटीज पुरस्कार ‘नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल’ से सम्मानित किया है।
स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर अब्राहम वर्गीज ने ‘माई ओन कंट्री’ और ‘कटिंग फॉर स्टोन’ समेत कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी हैं।
वर्गीज को कल व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में इस पदक से सम्मानित किया गया। उनके साथ कई अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।
पदक के उद्धरण में लिखा है, ‘‘अब्राहम वर्गीज को हमें यह याद दिलाने के लिए 2015 नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल दिया जाता है कि मरीज चिकित्सकीय उपक्रम का कंेद्र हैं।’’ हर साल 12 नेशनल ह्यूमैनिटीज पदक प्रदान किए जाते हैं।
स्टैनफोर्ड के औषधि विभाग के उपाध्यक्ष वर्गीज ने कहा कि उन्हें पहले और अब भी यह लगता है कि बीमार होने का मानव का अनुभव एवं बीमारी की देखभाल में उनकी रचि उनकी चिकित्सा पद्धति का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जितना कि अग्न्याशय की कार्यप्रणाली जैसा ज्ञान महत्वपूर्ण है।
स्टैनफोर्ड स्कूल ऑफ मेडिसिन में प्रोफेसर अब्राहम वर्गीज ने ‘माई ओन कंट्री’ और ‘कटिंग फॉर स्टोन’ समेत कई प्रसिद्ध पुस्तकें लिखी हैं।
वर्गीज को कल व्हाइट हाउस में आयोजित एक समारोह में इस पदक से सम्मानित किया गया। उनके साथ कई अन्य लोगों को भी सम्मानित किया गया।
पदक के उद्धरण में लिखा है, ‘‘अब्राहम वर्गीज को हमें यह याद दिलाने के लिए 2015 नेशनल ह्यूमैनिटीज मेडल दिया जाता है कि मरीज चिकित्सकीय उपक्रम का कंेद्र हैं।’’ हर साल 12 नेशनल ह्यूमैनिटीज पदक प्रदान किए जाते हैं।
स्टैनफोर्ड के औषधि विभाग के उपाध्यक्ष वर्गीज ने कहा कि उन्हें पहले और अब भी यह लगता है कि बीमार होने का मानव का अनुभव एवं बीमारी की देखभाल में उनकी रचि उनकी चिकित्सा पद्धति का उतना ही महत्वपूर्ण हिस्सा है जितना कि अग्न्याशय की कार्यप्रणाली जैसा ज्ञान महत्वपूर्ण है।
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