पीटीआई-भाषा संवाददाता 19:4 HRS IST
कराची, 15 सितंबर :भाषा: पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में कल बकरीद के मौके पर ज्यादा खाने से चार हजार से अधिक लोग बीमार हो गए और उन्हें सरकारी तथा निजी अस्पतालों में जाना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अस्पतालों में लोग उल्टी-दस्त और शरीर में पानी की कमी होने जैसी समस्याओं के चलते पहुंचे ।
जिओ टीवी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि 2,200 से अधिक लोग जिन्ना स्नातकोत्तर चिकित्सा परिसर, 1,000 लोग सिविल अस्पताल कराची, 500 लोग अब्बासी शहीद अस्पताल पहुंचे ।
अब्बासी शहीद अस्पताल की उपनिदेशक डॉ. हुमा अहमद ने बताया कि बकरीद के मौके पर ज्यादा खाने से हुई समस्याओं में पेट में तकलीफ, शरीर में पानी की कमी और उल्टी जैसे लक्षण प्रमुख हैं ।
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को कम भोजन खाना चाहिए और ज्यादा तेल युक्त भोजन तथा जंक फूड खाने से बचना चाहिए ।
हेल्थ कराची के निदेशक डॉ. शकूर अब्बासी ने लोगों से कहा है कि वे दोपहर भोज और रात्रिभोज में मांस या बकरे के गोश्त की जगह सब्जियां खाएं और शीतल पेय पीने से बचें, खासकर हृदय रोगियों, मधुमेह तथा उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए ।
इसके अलावा पशुओं की कुर्बानी देते समय लगभग एक हजार लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल जाना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि अस्पतालों में लोग उल्टी-दस्त और शरीर में पानी की कमी होने जैसी समस्याओं के चलते पहुंचे ।
जिओ टीवी ने स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता के हवाले से बताया कि 2,200 से अधिक लोग जिन्ना स्नातकोत्तर चिकित्सा परिसर, 1,000 लोग सिविल अस्पताल कराची, 500 लोग अब्बासी शहीद अस्पताल पहुंचे ।
अब्बासी शहीद अस्पताल की उपनिदेशक डॉ. हुमा अहमद ने बताया कि बकरीद के मौके पर ज्यादा खाने से हुई समस्याओं में पेट में तकलीफ, शरीर में पानी की कमी और उल्टी जैसे लक्षण प्रमुख हैं ।
उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को कम भोजन खाना चाहिए और ज्यादा तेल युक्त भोजन तथा जंक फूड खाने से बचना चाहिए ।
हेल्थ कराची के निदेशक डॉ. शकूर अब्बासी ने लोगों से कहा है कि वे दोपहर भोज और रात्रिभोज में मांस या बकरे के गोश्त की जगह सब्जियां खाएं और शीतल पेय पीने से बचें, खासकर हृदय रोगियों, मधुमेह तथा उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए ।
इसके अलावा पशुओं की कुर्बानी देते समय लगभग एक हजार लोग घायल हो गए जिन्हें अस्पताल जाना पड़ा।
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