चंडीगढ़, पांच जून :भाषा: करीब तीन महीने पहले जाटों के हिंसक आंदोलन में 30 लोगों की मौत के बाद आज जाट नेताओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच एक बार फिर हरियाणा में अपना प्रदर्शन शुरू कर दिया । फिलहाल यह प्रदर्शन छोटी-छोटी बैठकों तक सीमित है । पिछली बार जाटों के प्रदर्शन से निपटने में नाकाम रहने पर हरियाणा की भाजपा सरकार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था ।
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव :गृह: राम निवास ने बताया, ‘‘राज्य में शांति रही और किसी हिस्से से किसी अनहोनी की खबर नहीं है । यातायात भी सामान्य रहा । प्रदर्शनकारियों ने न तो राजमार्ग और न ही रेल लाइन को जाम किया ।’’ राम निवास ने बताया कि कई जिलों में जाट समुदाय के लोगों ने कोई प्रदर्शन नहीं किया । कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे, उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपे और फिर कुछ समय बाद धरने से उठ गए ।
राष्ट्रीय राजमार्गों और रेल पटरियों सहित पूरे हरियाणा में चौकसी बरतने के लिए केंद्र और राज्य के करीब 20,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं । फरवरी में हुए हिंसक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और रेल की पटरियों को कई दिनों तक जाम कर दिया था ।
पिछली बार हिंसक प्रदर्शन के केंद्र रहे रोहतक जिले के जसिया गांव के जाट नेताओं ने हवन कर आरक्षण आंदोलन के दूसरे दौर की शुरूआत की । कुछ प्रभावशाली खाप पंचायतों और जाट गुटों ने प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया है ।
प्रदर्शन का आह्वान करने वाले अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति :एआईजेएएसएस: ने जसिया के ठीक बाहर रोहतक-पानीपत राजमार्ग पर एक टेंट लगा दिया और 21 में से 15 जिलों और दिल्ली में धरना भी दिया ताकि अपनी मांगों को लेकर समर्थन जुटा सके ।
एआईजेएएसएस के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण था ।
मलिक ने कहा कि एआईजेएएसएस दिल्ली सहित अन्य राज्यों में सांकेतिक धरना देगी । उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज शाम ऐसा एक प्रदर्शन किया गया । जारी
हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव :गृह: राम निवास ने बताया, ‘‘राज्य में शांति रही और किसी हिस्से से किसी अनहोनी की खबर नहीं है । यातायात भी सामान्य रहा । प्रदर्शनकारियों ने न तो राजमार्ग और न ही रेल लाइन को जाम किया ।’’ राम निवास ने बताया कि कई जिलों में जाट समुदाय के लोगों ने कोई प्रदर्शन नहीं किया । कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारी धरने पर बैठे, उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपे और फिर कुछ समय बाद धरने से उठ गए ।
राष्ट्रीय राजमार्गों और रेल पटरियों सहित पूरे हरियाणा में चौकसी बरतने के लिए केंद्र और राज्य के करीब 20,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं । फरवरी में हुए हिंसक प्रदर्शन में प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और रेल की पटरियों को कई दिनों तक जाम कर दिया था ।
पिछली बार हिंसक प्रदर्शन के केंद्र रहे रोहतक जिले के जसिया गांव के जाट नेताओं ने हवन कर आरक्षण आंदोलन के दूसरे दौर की शुरूआत की । कुछ प्रभावशाली खाप पंचायतों और जाट गुटों ने प्रदर्शन से खुद को दूर कर लिया है ।
प्रदर्शन का आह्वान करने वाले अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति :एआईजेएएसएस: ने जसिया के ठीक बाहर रोहतक-पानीपत राजमार्ग पर एक टेंट लगा दिया और 21 में से 15 जिलों और दिल्ली में धरना भी दिया ताकि अपनी मांगों को लेकर समर्थन जुटा सके ।
एआईजेएएसएस के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण था ।
मलिक ने कहा कि एआईजेएएसएस दिल्ली सहित अन्य राज्यों में सांकेतिक धरना देगी । उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज शाम ऐसा एक प्रदर्शन किया गया । जारी
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