भारत में है दुनिया का सबसे बेहतरीन और स्वच्छ गाँव
यह गाँव भारत के उत्तर पूर्व राज्य मेघालय;जिसे “बादलों का घर” कहा जाता है, में स्थित है l इसे बादलों का घर इसलिए कहा जाता है क्योकि यहाँ साल के बारह महीनों बारिश होती रहती है l भारत में सबसे अधिक वर्षा वाला प्रदेश भी मेघालय ही है l
मेघालय में स्थित इस आदर्श और अद्भुत गाँव को “मावलिननांग” नाम से जाना जाता है l इस गाँव को लोग “भगवान का अपना बगीचा”(God’s Own Garden) भी कहते है l
यह गाँव मेघालय के राजधानी क्षेत्र शिलांग से थोड़े दूर स्थित “खासी हिल्स क्षेत्र” में है l यह गाँव न सिर्फ अपनी खूबसूरती और स्वच्छता के लिए मशहूर है बल्कि पूरे विश्व के पर्यटकों को यहाँ आने के लिए मजबूर करता है l
यह विषय संज्ञान में आने पर हैरानी होती है कि इस गाँव की इतनी साफ़ सफाई के लिए यहाँ के लोग सरकार पर निर्भर नही है बल्कि इस गाँव की ये खासियत कही जा सकती है कि लोग स्वयं ही गाँव की साफ़ सफाई करते है l
इस गाँव का प्रत्येक व्यक्ति सफाई के प्रति बेहद जागरूक है और सफाई को लेकर बहुत ही कड़े नियम अपनाये जाते है जिनका प्रत्येक गाँव वाला पालन करता है l यह गाँव न सिर्फ सफाई बल्कि शिक्षा क्षेत्र में भी अव्वल है l इस गाँव की साक्षरता 100 फीसदी है मतलब प्रत्येक गाँव वाला पढ़ा लिखा है lइस गाँव की सबसे अच्छी बात यह है कि यहाँ के ज्यादातर लोग बहुत से भाषाओ के जानकार है किन्तु रोजमर्रा की भाषा में आमतौर पर यहाँ के लोग अंग्रेजी प्रयोग में लाते है l
यहाँ के लोगो का जीवन यापन के लिए मुख्य व्यवसाय सुपारी की खेती है और यही सुपारी की खेती उनकी आजीविका का मुख्य स्त्रोत है l
इस गाँव की साफ़ सफाई का एक रहस्य यह भी है इस गाँव के लोग घर से निकलने वाले कचरे को यहाँ वहां नही फेकते बल्कि उसे बांस के बने डस्टबिन के एकत्रित करते है और फिर उसे खेती के लिए खाद के रूप में प्रयोग करते है पेड़ों की जड़ से बने इन पुलों की एक खासियत यह होती है कि ये समय के साथ साथ और भी मजबूत होते जाते है l ऐसे पुल पूरी दुनिया में केवल मेघालय में ही पाए जाते है l
आप कुछ समय के लिए सुकून पाना चाहते है तो इस गाँव में कम से कम एक बार तो जरुर जाए और यहाँ की खूबसूरती और प्रकृति का आनंद लें ll
यह गाँव भारत के उत्तर पूर्व राज्य मेघालय;जिसे “बादलों का घर” कहा जाता है, में स्थित है l इसे बादलों का घर इसलिए कहा जाता है क्योकि यहाँ साल के बारह महीनों बारिश होती रहती है l भारत में सबसे अधिक वर्षा वाला प्रदेश भी मेघालय ही है l
मेघालय में स्थित इस आदर्श और अद्भुत गाँव को “मावलिननांग” नाम से जाना जाता है l इस गाँव को लोग “भगवान का अपना बगीचा”(God’s Own Garden) भी कहते है l
यह गाँव मेघालय के राजधानी क्षेत्र शिलांग से थोड़े दूर स्थित “खासी हिल्स क्षेत्र” में है l यह गाँव न सिर्फ अपनी खूबसूरती और स्वच्छता के लिए मशहूर है बल्कि पूरे विश्व के पर्यटकों को यहाँ आने के लिए मजबूर करता है l
यह विषय संज्ञान में आने पर हैरानी होती है कि इस गाँव की इतनी साफ़ सफाई के लिए यहाँ के लोग सरकार पर निर्भर नही है बल्कि इस गाँव की ये खासियत कही जा सकती है कि लोग स्वयं ही गाँव की साफ़ सफाई करते है l
इस गाँव का प्रत्येक व्यक्ति सफाई के प्रति बेहद जागरूक है और सफाई को लेकर बहुत ही कड़े नियम अपनाये जाते है जिनका प्रत्येक गाँव वाला पालन करता है l यह गाँव न सिर्फ सफाई बल्कि शिक्षा क्षेत्र में भी अव्वल है l इस गाँव की साक्षरता 100 फीसदी है मतलब प्रत्येक गाँव वाला पढ़ा लिखा है lइस गाँव की सबसे अच्छी बात यह है कि यहाँ के ज्यादातर लोग बहुत से भाषाओ के जानकार है किन्तु रोजमर्रा की भाषा में आमतौर पर यहाँ के लोग अंग्रेजी प्रयोग में लाते है l
यहाँ के लोगो का जीवन यापन के लिए मुख्य व्यवसाय सुपारी की खेती है और यही सुपारी की खेती उनकी आजीविका का मुख्य स्त्रोत है l
इस गाँव की साफ़ सफाई का एक रहस्य यह भी है इस गाँव के लोग घर से निकलने वाले कचरे को यहाँ वहां नही फेकते बल्कि उसे बांस के बने डस्टबिन के एकत्रित करते है और फिर उसे खेती के लिए खाद के रूप में प्रयोग करते है पेड़ों की जड़ से बने इन पुलों की एक खासियत यह होती है कि ये समय के साथ साथ और भी मजबूत होते जाते है l ऐसे पुल पूरी दुनिया में केवल मेघालय में ही पाए जाते है l
आप कुछ समय के लिए सुकून पाना चाहते है तो इस गाँव में कम से कम एक बार तो जरुर जाए और यहाँ की खूबसूरती और प्रकृति का आनंद लें ll
No comments:
Post a Comment